जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पिछले दो सालों के दौरान प्रति व्यक्ति ऋण (Loan) में बढ़ोतरी हुई है। मार्च, 2023 में कर्ज का स्तर 3.90 लाख रुपये था जो मार्च, 2025 में बढ़कर 4.80 लाख रुपये हो गया है। सोमवार को RBI की तरफ से जारी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2024-25 में प्रति व्यक्ति ऋण की राशि में 10.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, यह किसी तरह की खास ¨चता की वजह नहीं है, क्योंकि इसमें होम लोन का हिस्सा ज्यादा है और साथ ही प्रति व्यक्ति वित्तीय परिसंपत्तियों में भी बढ़ोतरी हो रही है। बता दें कि पिछले हफ्ते RBI ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि मार्च, 2025 को समाप्त वित्त वर्ष में भारत पर विदेशी कर्ज का स्तर जीडीपी के मुकाबले 18.5 प्रतिशत से बढ़कर 19.1 प्रतिशत हो गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत की जीडीपी के मुकाबले परिवारों पर कर्ज का अनुपात पिछले दो सालों में 40 प्रतिशत से बढ़कर 41.9 प्रतिशत हो गया है। कुल कर्ज में गैर आवासीय खुदरा लोन की हिस्सेदारी 54.9 प्रतिशत हो गई है। इसे चिंता का कारण माना जा सकता है, क्योंकि इस श्रेणी के कर्ज अमूमन खर्चे के लिए लिए जाते हैं। इसी तरह से यह भी चिंता कारण है कि परिवारों के कुल आय के मुकाबले खुदरा लोन की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है। कई अर्थविद इसे तेज आर्थिक विकास दर और जीवनस्तर में हो रहे बदलाव से जोड़ कर देखते हैं। हालांकि, इस रिपोर्ट से यह भी इशारा मिलता है कि आर्थिक प्रगति और आय बढ़ने के साथ ही लोगों में कर्ज लेने की प्रवृति भी बढ़ी है।
यह विडियो भी देखें
एक से ज्यादा घर खरीदने वालों की बढ़ रही संख्या
परिवारों पर बढ़ते कर्ज में होम लोन का हिस्सा लगातार बढ़ रहा है। होम लोन चूंकि स्थाई परिसंपत्तियों के आधार पर लिया जाता है और इसका मूल्य भी बढ़ता रहता है। परिवारों पर कुल कर्ज में होम लोन की हिस्सेदारी बढ़कर 29 प्रतिशत हो गई है। होम लोन के बारे में एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी सामने आया है कि कुल होम लोन में पुराने होम लोन लेने वाले ग्राहकों की तरफ से दोबारा ज्यादा होम लोन लेने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यानी एक से ज्यादा घर खरीदने वालों की संख्या बढ़ रही है।
खराब सिबिल स्कोर वालों पर नजर रखें बैंक
यह बात भी सामने आई है कि बैंकों से जो लोग होम लोन ले रहे हैं, उनमें उन लोगों का हिस्सा लगातार बढ़ रहा है, जिनका सिबिल स्कोर अच्छा है। इस आधार पर RBI ने कहा है कि परिवारों को लोन देने के मामले में बैंकिंग व्यवस्था के समक्ष कोई खास समस्या उत्पन्न होती नहीं दिखती। यह भी कहा गया है कि अब चूंकि कर्ज की दरों को घटाया जा रहा है और इसकी वजह से आम जनता पर कर्ज का बोझ कम होगा। ऐसे में जिन परिवारों पर बैंकिंग लोन पहले से है, उन्हें भी राहत मिलेगी। साथ ही RBI ने बैंकों को कहा है कि वह उन ग्राहकों पर खास नजर रखें जिनका
