सिंगल मदर होना आसान नहीं, लेकिन सुष्मिता सेन जैसी महिलाएं दिखाती हैं कि सही सोच और मेहनत से हर चुनौती पार की जा सकती है। जानिए उनकी 5 बेहतरीन पेरेंटिंग टिप्स, जो आपके बच्चे के भविष्य को संवारने और आत्मविश्वास से भरने में मदद कर सकती हैं।

एक सिंगल मदर के तौर पर बच्चे की परवरिश करना बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। यह सफर चुनौतियों से भरा होता है—कभी आर्थिक दबाव, कभी सामाजिक नजरिए और कभी खुद के आत्मविश्वास की कमी। लेकिन कुछ महिलाएं इस राह को इतनी खूबसूरती से तय करती हैं कि वे मिसाल बन जाती हैं। ऐसी ही एक प्रेरणादायी शख्सियत हैं सुष्मिता सेन।
सुष्मिता सेन ने जब एक सिंगल वुमन के तौर पर बच्ची को गोद लिया था, तब लोगों ने सवाल भी उठाए और आलोचना भी की, लेकिन उन्होंने न सिर्फ एक बेहतरीन मां बनने की मिसाल पेश की, बल्कि अपनी बेटियों को भी आत्मनिर्भर, समझदार और खुशहाल इंसान बनाया। उनकी पेरेंटिंग शैली में प्यार, अनुशासन, स्वतंत्रता और आत्मसम्मान का खूबसूरत संतुलन देखने को मिलता है।
अगर आप भी एक सिंगल मदर हैं और सोचती हैं कि अपने बच्चे को कैसे बेहतर परवरिश दें, तो सुष्मिता सेन की लाइफ से कुछ अहम सबक लिए जा सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे उनके 5 सबसे असरदार पेरेंटिंग टिप्स, जो हर मां को अपनाने चाहिए ताकि बच्चा न सिर्फ सुरक्षित, बल्कि आत्मविश्वासी और खुशहाल बने।(Photo credit):Insta/sushmitasen47